भावार्थ:-यह रामचरित मानस जैसा है, जिस प्रकार बना है और जिस हेतु से जगत में इसका प्रचार हुआ, अब वही सब कथा मैं श्री उमा-महेश्वर का स्मरण करके कहता हूँ॥35॥
चौपाई :
* संभु प्रसाद सुमति हियँ हुलसी। रामचरितमानस कबि तुलसी॥
भावार्थ:-श्री शिवजी की कृपा से उसके हृदय में सुंदर बुद्धि का विकास हुआ, जिससे यह तुलसीदास श्री रामचरित मानस का कवि हुआ। अपनी बुद्धि के अनुसार तो वह इसे मनोहर ही बनाता है, किन्तु फिर भी हे सज्जनो! सुंदर चित्त से सुनकर इसे आप सुधार लीजिए॥1॥
𝐆𝐞𝐞𝐭𝐚 𝐠𝐞𝐞𝐭 gт
05-Aug-2022 02:12 AM
👌🏻👌🏻अद्धभुत
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shweta soni
19-Jul-2022 02:58 AM
Bahot sunder 👌
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Shrishti pandey
24-Jun-2022 11:00 AM
Nice
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